काम, जीवन और राजनीति: सन् 1880–1960 के शहर 10th Class Hindi - full story
काम, जीवन और राजनीति: सन् 1880–1960 के शहर – पूरी कहानी (Class 10 History Chapter)
सन् 1880 से 1960 का समय दुनिया के कई बड़े शहरों के लिए बदलाव और विकास का दौर था। इस समय शहरों में उद्योग बढ़े, काम के नए अवसर बने, लोग गाँवों से शहरों की ओर आए और राजनीतिक चेतना भी बढ़ी। इन परिवर्तनों ने शहरों की बनावट, समाज और वहां के जीवन को पूरी तरह बदल दिया।
यह अध्याय मुख्य रूप से लंदन और बॉम्बे (मुंबई) जैसे शहरों की कहानी बताता है।
1. शहरों की बढ़ती आबादी और समस्याएँ
औद्योगिक क्रांति के बाद शहरों की आबादी तेजी से बढ़ने लगी।
गाँवों में बेरोज़गारी और गरीबी की वजह से लोग शहरों में काम तलाशने लगे।
परिणाम:
रहने के लिए जगह कम पड़ने लगी
झुग्गियों का विस्तार हुआ
साफ-सफाई, पीने का पानी और स्वास्थ्य सेवाएँ कमजोर थीं
भीड़भाड़ और प्रदूषण बढ़ा
लंदन जैसे शहर में तो भारी भीड़ की वजह से लोग छोटे-छोटे कमरों और तंग गलियों में रहने लगे थे।
2. रोजगार और काम का स्वरूप
शहरों में नए उद्योग खुले — जैसे कपड़ा, जहाज़ निर्माण, मशीनें, प्रिंटिंग, रेलवे आदि।
लेकिन:
मजदूरों को कम वेतन मिलता था
काम के घंटे बहुत लंबे थे
मजदूरों का शोषण होता था
महिलाओं और बच्चों से भी कठिन काम कराया जाता था
इसके अलावा कुछ खास कामों जैसे ज्वेलरी, पेंटिंग, सिलाई आदि में कुशल कारीगरों की मांग बनी हुई थी।
3. बस्तियाँ और शहर की योजना
तेजी से बढ़ती आबादी को देखते हुए सरकारों ने शहरों को बेहतर बनाने के लिए योजनाएँ बनाईं।
लंदन में:
नई सड़कें बनाई गईं
भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को हटाकर खुले क्षेत्र बनाए गए
गरीबों की झुग्गियों को तोड़कर लोग शहर के बाहर बसाए गए
सार्वजनिक पार्क, खेल मैदान और मनोरंजन स्थल बनाए गए
इन सबका उद्देश्य शहर को आधुनिक और रहने योग्य बनाना था।
4. बॉम्बे (मुंबई) का विकास
बॉम्बे का विकास लंदन से थोड़ा अलग तरीके से हुआ।
यहाँ कपड़ा उद्योग (मिलें) बहुत बड़ी मात्रा में खुला
रेलवे और बंदरगाह ने शहर को व्यापारिक केंद्र बना दिया
लोग बड़ी संख्या में महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत से काम की तलाश में आए
शहर बढ़ता गया लेकिन यहाँ भी झुग्गियां, मकान की कमी, गंदगी और भीड़ जैसी समस्याएँ बहुत थीं।
बॉम्बे की खास बातें:
फिल्म उद्योग (बॉलीवुड) का जन्म और विकास
चॉल सिस्टम—जहाँ एक इमारत में छोटे-छोटे कमरे मजदूरों को किराए पर मिलते थे
समुद्र किनारे बने सुंदर इलाकों का विकास
मिल मजदूरों की हड़तालें और राजनीतिक जागरूकता
5. मनोरंजन और बदलती सामाजिक जीवन शैली
शहरों के विकास के साथ लोगों की जीवन शैली भी बदली।
थिएटर और सिनेमा लोकप्रिय हुए
सर्कस, मेले, म्यूजिक हॉल जैसी मनोरंजन की चीज़ें बढ़ीं
महिलाएँ भी धीरे-धीरे घर से बाहर निकलकर काम और सामाजिक जीवन में भाग लेने लगीं
खेल और क्लब गतिविधियों का विस्तार हुआ
शहरों ने लोगों के जीवन को तेज़, आधुनिक और व्यस्त बनाया।
6. राजनीति और मजदूर आंदोलन
इसी समय मजदूरों ने अपने अधिकारों के लिए आवाज उठानी शुरू की।
कम वेतन और अधिक काम के घंटे
असुरक्षित और गंदे कार्यस्थल
नौकरी में भेदभाव
इन कारणों से हड़तालें और मजदूर यूनियनें बनीं।
बॉम्बे और लंदन दोनों जगह मजदूर आंदोलन ने राजनीतिक चेतना को बढ़ाया और सरकारों को कानून बनाने पर मजबूर किया।
7. शहरों का आधुनिकीकरण
1950–1960 के दौरान:
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ
बिजली और पानी की सप्लाई
चौड़ी सड़कें
बसों, ट्रामों और ट्रेनों का विस्तार
स्कूलों और अस्पतालों का निर्माण
इन सबने शहरों को एक आधुनिक स्वरूप दिया।
निष्कर्ष
सन् 1880 से 1960 का समय शहरों के लिए बहुत बड़े बदलावों का दौर था।
इस दौरान:
शहर उद्योगों के केंद्र बने
लोगों के काम और जीवन की शैली बदली
राजनीति और मजदूर आंदोलन मजबूत हुए
शहरों का ढांचा आधुनिक हुआ
लेकिन भीड़, झुग्गियां और असमानता जैसी समस्याएँ भी बनी रहीं
यह अध्याय हमें बताता है कि शहर केवल इमारतें नहीं होते—वे लोगों के काम, जीवन, संघर्ष और सपनों की कहानी होते हैं।✅ 1. अध्याय का सारांश (Summary in Hindi)
सन् 1880 से 1960 का समय दुनिया के बड़े शहरों के लिए बड़े बदलावों का काल था।
औद्योगिक क्रांति के बाद लंदन, बॉम्बे (मुंबई), टोक्यो जैसे शहरों में तेज़ी से कारखाने, मिलें और उद्योग बढ़े। इन उद्योगों ने बड़ी संख्या में मजदूरों को आकर्षित किया और शहरों की आबादी बढ़ती गई।
लंदन में भीड़, गंदगी और खराब आवास की समस्या ने नए शहरी सुधार कानूनों को जन्म दिया। साफ-सफाई, स्वास्थ्य, पानी और सड़कों को बेहतर किया गया।
बॉम्बे भारत का प्रमुख औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र बना, खासकर कपड़ा उद्योग की वजह से। चॉल प्रणाली, झुग्गियां, भीड़भाड़ यहाँ के प्रमुख मुद्दे थे।
शहरों के बढ़ने के साथ ही मनोरंजन, राजनीतिक गतिविधियों, मजदूर आंदोलनों और स्त्रियों की भागीदारी भी बढ़ी।
अंततः इन वर्षों में शहर आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों के केंद्र बन गए।
2. महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर (Short & Long Answers)
(A) लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Questions)
प्र.1: शहरों में झुग्गियां क्यों बढ़ने लगीं?
उत्तर:
औद्योगिक विकास के कारण लोग गाँवों से काम की तलाश में शहर आने लगे। सस्ते मकानों की कमी, कम वेतन और महंगे किराए की वजह से मजदूर झुग्गियों में रहने को मजबूर हो गए। इसलिए झुग्गियों की संख्या तेजी से बढ़ी।
प्र.2: चॉल प्रणाली क्या थी?
उत्तर:
बॉम्बे में मजदूरों के रहने के लिए बड़ी इमारतों में छोटे-छोटे कमरे बनाए जाते थे। इन कमरों को चॉल कहते थे। हर मंजिल पर साझा शौचालय, पानी की सुविधा और संकरी जगह होती थी।
प्र.3: लंदन में शहरी सुधार क्यों किए गए?
उत्तर:
अत्यधिक भीड़, गंदगी, बीमारियाँ और संकरी बस्तियों के कारण सरकार को शहर को नए तरीके से बसाने की जरूरत पड़ी। इसलिए नई सड़कें, पार्क और स्वच्छता योजनाएँ लागू की गईं।
प्र.4: बॉम्बे (मुंबई) कैसे विकसित हुआ?
उत्तर:
बॉम्बे का विकास मुख्य रूप से कपड़ा मिलों, बंदरगाह, रेलवे और व्यापार के कारण हुआ। यह शहर प्रवासियों के लिए बड़ा रोजगार केंद्र भी बन गया।
प्र.5: मजदूर आंदोलन क्यों शुरू हुए?
उत्तर:
कम वेतन, खराब कार्यस्थल, लंबे काम के घंटे, भेदभाव और शोषण की वजह से मजदूरों ने हड़तालें और आंदोलन शुरू किए।
(B) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Questions)
प्र.1: लंदन शहर के शहरीकरण से कौन-कौन सी समस्याएँ पैदा हुईं? विस्तार से समझाइए।
उत्तर:
लंदन के तेज शहरीकरण के कारण कई समस्याएँ उत्पन्न हुईं—
आबादी में अत्यधिक वृद्धि: ग्रामीण क्षेत्रों से आए मजदूरों के कारण शहर अधिक भीड़भाड़ वाला हो गया।
रहने की खराब स्थिति: छोटे और गंदे कमरों में परिवार रहते थे। हवादार और धूप वाली जगहें कम हो गईं।
बीमारियों का खतरा: गंदगी, प्रदूषण और दूषित पानी की वजह से प्लेग, हैजा जैसी बीमारियाँ फैलीं।
बेरोज़गारी: उद्योगों में सीमित नौकरियों के कारण कई लोग बिना काम के रहते थे।
अपराध: बेरोजगारी बढ़ने से चोरी और अपराध भी बढ़ते गए।
इन्हीं समस्याओं ने लंदन में शहरी सुधारों की नींव रखी।
प्र.2: बॉम्बे (मुंबई) के विकास की मुख्य विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
बॉम्बे का विकास कई कारणों से हुआ—
बंदरगाह शहर: विदेश व्यापार का बड़ा केंद्र होने के कारण यहाँ व्यापार तेजी से बढ़ा।
कपड़ा उद्योग: 19वीं सदी के अंत तक यहाँ 70 से अधिक मिलें थीं, जिससे हजारों मजदूर आए।
रेलवे का विकास: रेलवे ने बॉम्बे को भारत के अन्य क्षेत्रों से जोड़ दिया, जिससे मजदूरों का प्रवाह बढ़ा।
चॉल संस्कृति: मजदूरों के रहने के लिए चॉलें बनीं, जिनसे एक नई सामाजिक संस्कृति बनी।
फिल्म उद्योग: बॉम्बे फिल्म निर्माण का केंद्र बना, जो बाद में बॉलीवुड कहलाया।
राजनीतिक आंदोलन: मजदूर यूनियनें, हड़तालें और स्वतंत्रता आंदोलन ने यहाँ राजनीतिक चेतना को मजबूत किया।
इस प्रकार बॉम्बे आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक केंद्र के रूप में विकसित हुआ।
प्र.3: शहरों के विकास ने लोगों के जीवन और समाज में क्या परिवर्तन लाए? समझाइए।
उत्तर:
शहरों के विकास से—
नई नौकरियों का उदय: उद्योगों, कार्यालयों, परिवहन और सेवाओं में नौकरी मिली।
महिलाओं की भागीदारी: महिलाएँ काम करने लगीं, जिससे सामाजिक स्थिति में सुधार हुआ।
मनोरंजन का विकास: थिएटर, सिनेमा, सर्कस और क्लब बढ़ने लगे।
राजनीतिक जागरूकता: मजदूर यूनियनें, हड़तालें और अधिकारों की लड़ाई तेज हुई।
आवास और जीवन शैली में बदलाव: लोग छोटे घरों में रहने लगे, लेकिन नए इलाकों में आधुनिक मकान भी बने।
शहर जीवन तेज, व्यस्त और आधुनिक हुआ, लेकिन असमानता और झुग्गियों जैसी समस्याएँ भी बढ़ती रहीं।✅ 1. MCQ (बहुविकल्पीय प्रश्न)
1. लंदन में तेज़ी से बढ़ती आबादी के कारण कौन-सी समस्या सबसे अधिक पैदा हुई?
A. खेती बढ़ गई
B. झुग्गियां बढ़ीं
C. फैक्ट्री बंद हुई
D. स्कूलों की संख्या कम हो गई
✔ उत्तर: B. झुग्गियां बढ़ीं
2. बॉम्बे (मुंबई) के विकास का मुख्य कारण क्या था?
A. आईटी सेक्टर
B. कपड़ा उद्योग
C. खेती
D. धार्मिक संगठन
✔ उत्तर: B. कपड़ा उद्योग
3. बॉम्बे में मजदूरों के रहने की आम व्यवस्था क्या थी?
A. बंगला
B. चॉल
C. होटल
D. हॉस्टल
✔ उत्तर: B. चॉल
4. लंदन में कौन-सी बीमारी ने 19वीं सदी में बड़े पैमाने पर जनहानि की?
A. मलेरिया
B. हैजा
C. प्लेग
D. चेचक
✔ उत्तर: C. प्लेग
5. बॉम्बे का फिल्म उद्योग किस नाम से प्रसिद्ध हुआ?
A. टॉलीवुड
B. हॉलीवुड
C. बॉलीवुड
D. मोलीवुड
✔ उत्तर: C. बॉलीवुड
6. मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए कौन-सा संगठन बनाया गया?
A. खेल क्लब
B. मजदूर यूनियन
C. फोटोग्राफर क्लब
D. संगीत मंडल
✔ उत्तर: B. मजदूर यूनियन
7. लंदन में शहरी सुधार के तहत क्या बनाया गया?
A. बड़े खेत
B. पार्क और चौड़ी सड़कें
C. गांव
D. समुद्र
✔ उत्तर: B. पार्क और चौड़ी सड़कें
8. बॉम्बे किस प्रांत का हिस्सा था?
A. बंगाल
B. मद्रास
C. बॉम्बे प्रेसिडेंसी
D. पंजाब
✔ उत्तर: C. बॉम्बे प्रेसिडेंसी
✅ 2. एक शब्द/परिभाषा वाले प्रश्न (1 मार्क्स)
1. चॉल क्या है?
✔ मजदूरों के रहने की बहुमंजिला इमारत जिसमें छोटे-छोटे कमरे होते थे।
2. मजदूर यूनियन क्या है?
✔ मजदूरों का संगठन जो उनके अधिकारों की रक्षा करता है।
3. शहरीकरण किसे कहते हैं?
✔ गाँवों से शहरों की ओर आबादी का बढ़ना और शहरों का विस्तार।
4. औद्योगिकीकरण क्या है?
✔ बड़े पैमाने पर कारखानों और उद्योगों का विकास।
5. बॉम्बे किस उद्योग के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध था?
✔ कपड़ा उद्योग।
6. स्लम (Slum) क्या है?
✔ गरीबों की भीड़भाड़ और गंदी झुग्गी बस्तियाँ।
7. प्लेग क्या है?
✔ एक खतरनाक संक्रामक रोग जिसने लंदन में कई लोगों की जान ली।
8. शहरी सुधार (Urban Reforms) किसे कहते हैं?
✔ हर को बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा किए गए सुधार, जैसे सड़कें, पार्क, पानी, सफाई आदि।
9. मिल मजदूर कौन होते थे?
✔ कपड़ा मिलों में काम करने वाले श्रमिक।
10. बॉलीवुड किस शहर का फिल्म उद्योग है?
✔ बॉम्बे (मुंबई)।
✅ 3. प्रश्न-उत्तर (Short + Long Questions)
(A) लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Questions)
प्र.1: शहरों में झुग्गियां क्यों बढ़ीं?
✔ औद्योगिकीकरण से लोग नौकरी की तलाश में शहर आने लगे।
✔ सस्ते घरों की कमी और महंगे किराए ने मजदूरों को झुग्गियों में रहने के लिए मजबूर किया।
प्र.2: बॉम्बे का विकास कैसे हुआ?
✔ कपड़ा मिलें खुलीं,
✔ रेलवे और बंदरगाह विकसित हुए,
✔ रोजगार के कारण लोग बड़ी संख्या में आए।
प्र.3: लंदन में शहरी सुधार क्यों जरूरी हो गए?
✔ अत्यधिक भीड़, गंदगी, बीमारी और अपराध के कारण।
✔ शहर को आधुनिक और स्वच्छ बनाने के लिए सुधार किए गए।
प्र.4: मजदूर आंदोलन क्यों शुरू हुए?
✔ कम वेतन, लंबे काम के घंटे, खराब कार्यस्थल और शोषण की वजह से।
प्र.5: चॉल संस्कृति क्या थी?
✔ बॉम्बे में मजदूरों के लिए बनी इमारतें जिनमें छोटे कमरे और साझा सुविधाएँ थीं।
(B) दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Questions)
प्र.1: लंदन शहर में औद्योगिक विकास के क्या परिणाम हुए?
उत्तर:
लंदन में औद्योगिक विकास के कई परिणाम हुए—
तेजी से बढ़ती जनसंख्या: गांवों से लोग काम हेतु आए।
हन-सहन की समस्या: छोटे, गंदे और भीड़भाड़ वाले घर बनने लगे।
बीमारियों का फैलाव: हैजा, प्लेग और अन्य रोग फैले।
अपराध और गरीबी: बेरोजगारी बढ़ने से अपराध भी बढ़े।
शहरी सुधार: सरकार ने सफाई, सड़कें, पार्क और नए इलाकों को विकसित किया।
प्र.2: बॉम्बे (मुंबई) के आर्थिक और सामाजिक विकास का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
बॉम्बे का विकास—
आर्थिक विकास:
कपड़ा उद्योग का केंद्र
रेलवे और समुद्री व्यापार
बैंकिंग, फिल्म उद्योग का उदय
सामाजिक विकास:
चॉल संस्कृति का विकास
विभिन्न राज्यों से आए लोगों की बसावट
मजदूर यूनियनें और राजनीतिक जागरूकता
फिल्मों और थिएटर का प्रसार
प्र.3: शहरों के विकास ने समाज और राजनीति को कैसे बदला?
उत्तर:
✔ नई नौकरियों का सृजन हुआ
✔ महिलाओं की सामाजिक भागीदारी बढ़ी
✔ मजदूर अधिकारों के लिए आंदोलन हुए
✔ राजनीतिक चेतना बढ़ी
✔ शहरी संस्कृति—सिनेमा, थिएटर, क्लब—का विकास हुआ
ये बदलाव शहरों को आधुनिक, जागरूक और आर्थिक रूप से मजबूत बनाते हैं।50 Objective Important Questions (MCQs)
1. सन् 1880–1960 का समय किसके तेज़ विकास का काल था?
A. गांव
B. शहर
C. मंदिर
D. खेत
✔ उत्तर: B
2. लंदन किस देश की राजधानी है?
A. भारत
B. जर्मनी
C. फ्रांस
D. इंग्लैंड
✔ उत्तर: D
3. लंदन में सबसे बड़ी समस्या क्या बनी?
A. गांव
B. भीड़ और झुग्गियां
C. खेती
D. नदियाँ
✔ उत्तर: B
4. लंदन में कौन-सी बीमारी तेजी से फैली?
4. लंदन में कौन-सी बीमारी तेजी से फैली?
A. प्लेग
B. मलेरिया
C. टीबी
D. चिकनपॉक्स
✔ उत्तर: A
5. बॉम्बे सबसे अधिक किस उद्योग के लिए प्रसिद्ध था?
A. इस्पात
B. कपड़ा
C. खिलौने
D. कागज़
✔ उत्तर: B
6. बॉम्बे का फिल्म उद्योग किस नाम से जाना जाता है?
A. हॉलीवुड
B. टॉलीवुड
C. बॉलीवुड
D. कोलीवुड
✔ उत्तर: C
7. चॉल किस शहर से संबंधित है?
A. दिल्ली
B. बॉम्बे
C. कलकत्ता
D. चेन्नई
✔ उत्तर: B
8. चॉल किस प्रकार की इमारत होती थी?
A. अस्पताल
B. स्कूल
C. मजदूरों के रहने की इमारत
D. ऑफिस
✔ उत्तर: C
9. 19वीं सदी में शहरों की आबादी क्यों बढ़ी?
A. खेती बढ़ी
B. युद्ध
C. औद्योगीकरण
D. पर्यटन
✔ उत्तर: C
10. मजदूरों के अधिकारों के लिए कौन-सा संगठन बना?
A. स्पोर्ट्स क्लब
B. मजदूर यूनियन
C. फोटो क्लब
D. नाटक मंडली
✔ उत्तर: B
11. लंदन में झुग्गियों को हटाने के लिए क्या किया गया?
A. पार्क बनाए गए
B. पहाड़ बनाए गए
C. खेत बनाए गए
D. नदी बनाई गई
✔ उत्तर: A
12. काम की तलाश में लोग कहाँ से शहरों की ओर आए?
A. गांवों से
B. पहाड़ों से
C. समुद्र से
D. जंगलों से
✔ उत्तर: A
13. बॉम्बे में कारखाने मुख्यतः किसके थे?
A. जूट
B. कपड़ा
C. कॉफी
D. रबर
✔ उत्तर: B
14. औद्योगीकरण का अर्थ है—
A. खेती बढ़ाना
B. कारखानों का विकास
C. युद्ध
D. स्कूल निर्माण
✔ उत्तर: B
15. लंदन की भीड़ का मुख्य कारण था—
A. पर्यटन
B. नौकरी की तलाश
C. शिक्षा
D. त्योहार
✔ उत्तर: B
16. बॉम्बे किस प्रांत का हिस्सा था?
A. मद्रास
B. बंगाल
C. बॉम्बे प्रेसिडेंसी
D. पंजाब
✔ उत्तर: C
17. शहरों में सबसे बड़ी सामाजिक समस्या क्या थी?
A. साफ-सुथरे कार्यालय
B. झुग्गियां
C. बड़े पार्क
D. खेती
✔उत्तर: B
18. मजदूरों की सबसे बड़ी शिकायत क्या थी?
A. त्योहार
B. कम वेतन
C. छुट्टियाँ
D. पार्क
✔ उत्तर: B
19. बॉम्बे किस समुद्र के किनारे बसा है?
A. अरब सागर
B. बंगाल की खाड़ी
C. लाल सागर
D. काला सागर
✔ उत्तर: A
20. लंदन में आबादी बढ़ने से क्या हुआ?
A. सड़कें चौड़ी हुईं
B. अपराध बढ़ा
C. खेती बढ़ी
D. लोग गाँव लौट गए
z उत्तर: B
21. सड़कों और पार्कों का निर्माण किसके लिए किया गया?
A. किसानों के लिए
B. शहर को सुंदर और साफ रखने के लिए
C. जंगल बनाने के लिए
D. नदियों के लिए
✔ उत्तर: B
22. बॉम्बे में चॉल कितने मंजिल की होती थीं?
A. 1–2
B. 2–3
C. 4–5
D. ऊँची इमारत
✔ उत्तर: B
23. शहरों में मनोरंजन का कौन-सा साधन बढ़ा?
A. खेती
B. सिनेमा
C. तलवारबाजी
D. युद्ध
✔ उत्तर: B
24. औद्योगिक मजदूर किस प्रकार के काम करते थे?
A. हल्का
B. कठोर
C. आराम वाला
D. खेल
✔ उत्तर: B
25. शहरों में रहने की स्थिति कैसी थी?
A. बहुत अच्छी
B. बहुत खराब
C. बिलकुल साफ
D. मुफ्त घर
✔ उत्तर: B
26. मजदूर यूनियन किसके लिए लड़ी?
A. नए कपड़ों के लिए
B. मजदूरों के अधिकारों के लिए
C. खेल के लिए
D. स्कूल के लिए
✔ उत्तर: B
27. शहरों के विकास से कौन-सा वर्ग बना?
A. व्यापारी वर्ग
B. किसान वर्ग
C. पशुपालक
D. शिकारी
✔ उत्तर: A
28. लंदन में हवा प्रदूषण किसके कारण बढ़ा?
A. जंगल
B. कारखाने
C. समुद्र
D. खेती
✔ उत्तर: B
29. बॉम्बे में फिल्मों का प्रभाव क्यों बढ़ा?
A. लोगों के पास समय था
B. मनोरंजन का माध्यम बना
C. किसानों ने कहा
D. सरकार ने कहा
✔ उत्तर: B
30. शहरों में किन लोगों का शोषण होता था?
A. अधिकारी
B. मजदूर
C. व्यापारी
D. खिलाड़ी
✔ उत्तर: B
31. बॉम्बे में झुग्गियां क्यों बनीं?
A. बड़े घर
B. सस्ते घरों की कमी
C. खाली जमीन
D. सरकार का आदेश
✔ उत्तर: B
32. लंदन में किन क्षेत्रों को हटाया गया?
A. पार्क
B. भीड़भाड़ वाली बस्तियाँ
C. समुद्र
D. खेत
✔ उत्तर: B
33. किस आंदोलन में मजदूरों ने हिस्सा लिया?
A. जंगल सत्याग्रह
B. मजदूर आंदोलन
C. किसान आंदोलन
D. नमक आंदोलन
✔ उत्तर: B
34. बॉम्बे में बिजली कब तेजी से फैली?
A. 19वीं सदी
B. 20वीं सदी
C. 18वीं सदी
D. 17वीं सदी
✔ उत्तर: B
35. कौन-सा शहर भारतीय उपनिवेशीय सरकार का व्यापारिक केंद्र था?
A. दिल्ली
B. बॉम्बे
C. आगरा
D. जयपुर
✔ उत्तर: B
36. शहरों में साफ-सफाई कौन-सी समस्या थी?
A. आसान
B. कठिन
C. बहुत अच्छी
D. किसानों द्वारा की जाती
✔ उत्तर: B
37. लंदन में प्रदूषण का कारण क्या था?
A. कोयला
B. पानी
C. कपड़ा
D. होटल
✔ उत्तर: A
38. शहरों में अपराध क्यों बढ़ा?
A. गरीबी
B. अच्छे स्कूल
C. खेती
D. मंदिर
✔ उत्तर: A
39. महिलाएँ शहरों में क्या करने लगीं?
A. खेती
B. काम और नौकरी
C. जंगल काटना
D. युद्ध
✔ उत्तर: B
40. मजदूरों में जागरूकता कैसे आई?
A. किताबें
B. यूनियनों के माध्यम से
C. पुलिस
D. खेल क्लब
✔ उत्तर: B
41. बॉम्बे में सबसे अधिक मजदूर किस उद्योग में थे?
A. इस्पात
B. कपड़ा
C. तेल
D. कांच
✔ उत्तर: B
42. शहरों में कई बस्तियाँ क्यों अस्वच्छ थीं?
A. पार्क बहुत थे
B. सफाई व्यवस्था कमजोर थी
C. बिजली अधिक थी
D. अस्पताल बहुत थे
✔ उत्तर: B
43. लंदन की सड़कें क्यों चौड़ी की गईं?
A. सुंदरता के लिए
B. यातायात सुधार के लिए
C. खेत बनाने के लिए
D. नदी लाने के लिए
✔ उत्तर: B
44. बॉम्बे में जनसंख्या क्यों बढ़ी?
A. युद्ध
B. काम के अवसर
C. खेती
D. मंदिर
✔ उत्तर: B
45. शहरों में भीड़ का असर क्या हुआ?
A. आराम
B. स्वच्छता घट गई
C. खेत बढ़े
D. खेल बढ़े
✔ उत्तर: B
46. शहरी जीवन की एक खास विशेषता क्या है?
A. तेज़ रफ्तार जीवन
B. खेती
C. जंगल
D. पहाड़
✔ उत्तर: A
47. 1911 में बॉम्बे की आबादी कितनी थी?
A. 1 लाख
B. 10 लाख
C. 50 लाख
D. 2 करोड़
✔ उत्तर: B
48. बॉम्बे की चॉलों में सबसे बड़ी समस्या क्या थी?
A. खाली घर
B. संकरी जगह और गंदगी
C. पार्क
D. समुद्र
✔ उत्तर: B
49. शहरों के विकास की सबसे बड़ी वजह क्या है?
A. जंगल
B. उद्योग
C. मंदिर
D. नदी
✔ उत्तर: B
50. शहर किसका केंद्र बन गए?
A. खेती
B. काम, जीवन और राजनीति
C. मछली पकड़ना
D. मंदिर
✔ उत्तर: B
अंतिम निष्कर्ष (Outro)
अध्याय – काम, जीवन और राजनीति: सन् 1880–1960 के शहर
शहरों के इतिहास को समझना केवल इमारतों, सड़कों या उद्योगों की कहानी पढ़ना नहीं है, बल्कि यह जानना है कि इंसान कैसे बदला, समाज कैसे बदला, और एक पूरी सभ्यता किस दिशा में आगे बढ़ी। सन् 1880 से 1960 का समय विश्वभर में तेज़ बदलावों का दौर था—औद्योगिक क्रांति, बड़े पैमाने पर पलायन, नई नौकरी की संभावनाएँ, भीड़भाड़, असमानता और राजनीतिक चेतना—इन सबने मिलकर आधुनिक शहरों की नींव रखी।
इस अध्याय को पढ़कर हमें पता चलता है कि शहर सिर्फ “रहने की जगह” नहीं होते, बल्कि वे सामाजिक प्रयोगशाला भी होते हैं, जहाँ नए विचार जन्म लेते हैं, आंदोलन खड़े होते हैं और जीवन की गति बदल जाती है। चाहे लंदन की स्लम बस्तियाँ हों या बॉम्बे का कपड़ा उद्योग—हर जगह लोगों ने संघर्ष किया, नए अवसर खोजे और बदलती परिस्थितियों के साथ खुद को ढाला।
शहरों में जीवन आसान नहीं था—गंदगी, बीमारियाँ, पानी की कमी, भीड़ और गरीबी जैसे मुद्दे हर बड़े शहर की चुनौती बनकर सामने आए। लेकिन इन्हीं कठिनाइयों के बीच सुधार आंदोलनों ने जन्म लिया। बेहतर आवास, सार्वजनिक सेवाएँ, कानून, श्रम अधिकार और राजनीतिक जागरूकता का विकास हुआ। यही परिवर्तन आज के आधुनिक शहरों की बुनियाद बने।
अंत में, इस अध्याय से सीख मिलती है कि शहर हमेशा बदलते रहते हैं—वे किसी एक रूप में स्थिर नहीं रहते। उनकी विकास यात्रा इंसान के सपनों, संघर्षों और उपलब्धियों का प्रतिबिंब होती है। इसलिए शहरों का अध्ययन हमें यह समझने में मदद करता है कि समाज किस दिशा में जा रहा है और भविष्य में वह कैसे विकसित हो सकता है।
यह अध्याय हमें बताता है कि काम, जीवन और राजनीति—ये तीनों मिलकर ही शहर का चेहरा बनाते हैं, और मानव इतिहास में इनके योगदान को समझना बेहद आवश्यक है।
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