नागरी लिपि – पूरी कहानी (सार सहित विस्तृत विवरण)
लेखक – गुणाकर मुले
“नागरी लिपि” पाठ में लेखक गुणाकर मुले ने नागरी लिपि (देवनागरी लिपि) के इतिहास, विकास, विशेषताओं और उपयोगिता को सरल व रोचक शैली में समझाया है। यह पाठ बताता है कि देवनागरी लिपि केवल एक लिपि ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, ज्ञान और परंपरा की महत्वपूर्ण धरोहर है।
⭐ कहानी / पाठ का विस्तृत कथानक (Full Story)
लेखक बताते हैं कि भारत में कई भाषाएँ बोली जाती हैं, और हर भाषा की अपनी अलग लिपि है। लेकिन देवनागरी लिपि का स्थान इन सभी लिपियों में विशेष है। यह लिपि संस्कृत, हिन्दी, मराठी, नेपाली और कई अन्य भाषाओं के लिए आधार रही है।
1. देवनागरी लिपि की उत्पत्ति
लेखक बताते हैं कि देवनागरी लिपि की शुरुआत ब्राह्मी लिपि से मानी जाती है। समय के साथ इसमें कई सुधार हुए, और यह एक विकसित तथा वैज्ञानिक लिपि के रूप में उभरी।
2. देवनागरी लिपि की विशेषताएँ
देवनागरी लिपि की कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
प्रत्येक ध्वनि का अलग और स्पष्ट चिन्ह होता है।
पढ़ने और लिखने में सरल है।
इसमें वर्णों का क्रम वैज्ञानिक है —
स्वर (अ, आ, इ…) से शुरू होकर व्यंजन (क, ख, ग…) तक।
अक्षरों के ऊपर की ‘शिरोरेखा’ इसे एकरूपता देती है।
मात्राओं के कारण यह लिपि सुगम और सुंदर बनती है।
लेखक बताते हैं कि नागरी लिपि में शब्द एक-दूसरे से आसानी से जुड़े दिखते हैं, जिससे पढ़ना सरल हो जाता है।
3. प्राचीन ग्रंथों का संवाहक
देवनागरी लिपि ने भारतीय संस्कृति, परंपरा, ज्ञान और साहित्य को संरक्षित रखा है।
संस्कृत के वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, महाभारत — सब इसी लिपि में लिखे और पढ़े गए।
यही कारण है कि यह लिपि हमारी सभ्यता की ज्ञान-वाहक मानी जाती है।
4. आधुनिक काल में देवनागरी लिपि
लेखक बताते हैं कि आज भी देवनागरी लिपि का उपयोग बहुत व्यापक है:
सरकारी कामकाज
स्कूल और कॉलेज
समाचार-पत्र और किताबें
मोबाइल और कंप्यूटर में टाइपिंग
तकनीकी क्षेत्र में भी देवनागरी को अपनाया गया है, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है।
5. देवनागरी को राष्ट्रीय लिपि बनाने का विचार
लेखक कहते हैं कि भारत जैसे बहुभाषी देश को एक ऐसी लिपि की आवश्यकता है, जिसे हर कोई आसानी से सीख सके।
उनके अनुसार देवनागरी लिपि:
सरल है
वैज्ञानिक है
पढ़ने-लिखने में आसान है
इसलिए इसे राष्ट्रीय लिपि बनाने का विचार प्रस्तुत किया गया।
हालाँकि लेखक यह भी मानते हैं कि सभी भाषाओं और लिपियों का सम्मान होना चाहिए।
⭐ पाठ का मुख्य संदेश
“नागरी लिपि” का मुख्य संदेश है कि:
देवनागरी लिपि अत्यंत प्राचीन, वैज्ञानिक, और उपयोगी लिपि है।
यह भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
आधुनिक समय में भी यह लिपि अत्यधिक प्रचलित और भविष्य के लिए उपयुक्त है।
हमें अपनी लिपि और भाषा के महत्व को समझना चाहिए और उन्हें सम्मान देना चाहिए।
नीचे “नागरी लिपि” — गुणाकर मुले (कक्षा 10 हिन्दी) के
✔ सारांश
✔ लघु उत्तरीय प्रश्न
✔ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
✔ प्रश्न–उत्तर
बहुत सरल और परीक्षा-उपयोगी रूप में दिए गए हैं।
⭐ 1. सारांश (Summary)
“नागरी लिपि” पाठ में लेखक गुणाकर मुले ने देवनागरी लिपि के इतिहास, संरचना, विशेषताओं और उपयोगिता का सरल वर्णन किया है। देवनागरी लिपि की उत्पत्ति ब्राह्मी लिपि से मानी जाती है। यह एक वैज्ञानिक और सुव्यवस्थित लिपि है जिसमें स्वर और व्यंजन स्पष्ट क्रम में व्यवस्थित हैं।
इस लिपि में लिखना-पढ़ना सरल है और शब्दों के ऊपर की शिरोरेखा इसे एकरूपता प्रदान करती है। देवनागरी लिपि संस्कृत, हिन्दी, मराठी, नेपाली सहित अनेक भाषाओं का आधार है। इस लिपि ने भारतीय संस्कृति, ज्ञान और साहित्य को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आधुनिक युग में भी यह लिपि कंप्यूटर, मोबाइल और सरकारी कामकाज में व्यापक रूप से उपयोग की जा रही है। लेखक यह सुझाव देते हैं कि देवनागरी जैसी सरल और वैज्ञानिक लिपि भारत के लिए राष्ट्रीय लिपि होने के योग्य है। पाठ का मुख्य उद्देश्य भारतीय लिपियों की महत्ता को समझाना और देवनागरी के महत्व पर प्रकाश डालना है।
⭐ 2. लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Questions)
प्र.1. नागरी लिपि की उत्पत्ति किस लिपि से मानी जाती है?
उत्तर: नागरी लिपि की उत्पत्ति ब्राह्मी लिपि से मानी जाती है।
प्र.2. नागरी लिपि में शब्दों को जोड़ने वाली रेखा को क्या कहते हैं?
उत्तर: शब्दों के ऊपर बनी रेखा को शिरोरेखा कहते हैं।
प्र.3. नागरी लिपि किन भाषाओं में उपयोग की जाती है?
उत्तर: हिन्दी, संस्कृत, मराठी, नेपाली तथा कई अन्य भारतीय भाषाओं में।
प्र.4. नागरी लिपि को वैज्ञानिक क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि इसमें प्रत्येक ध्वनि का अलग चिन्ह है और वर्णों का क्रम नियमबद्ध है।
प्र.5. लेखक नागरी लिपि को राष्ट्रीय लिपि क्यों मानते हैं?
उत्तर: क्योंकि यह सरल, स्पष्ट, वैज्ञानिक और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली लिपि है।
⭐ 3. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (Long Answer Questions)
प्र.1. नागरी लिपि की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नागरी लिपि भारत की प्रमुख और प्राचीन लिपियों में से एक है। इसकी मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
वर्णों की वैज्ञानिक व्यवस्था: इसमें स्वर और व्यंजन एक निश्चित क्रम में व्यवस्थित हैं।
ध्वनि और अक्षर का मेल: प्रत्येक ध्वनि का एक निश्चित चिन्ह है, जिससे उच्चारण स्पष्ट होता है।
शिरोरेखा का प्रयोग: शब्दों के ऊपर खिंची रेखा लिपि को एकरूपता देती है।
सरलता: पढ़ने और लिखने में यह लिपि आसान है।
लचीलापन: यह कई भाषाओं को लिखने में सक्षम है।
इन विशेषताओं के कारण यह लिपि वैज्ञानिक, सुव्यवस्थित और बहुपयोगी मानी जाती है।
प्र.2. भारतीय संस्कृति और ज्ञान की परंपरा को सुरक्षित रखने में नागरी लिपि की क्या भूमिका है?
उत्तर:
नागरी लिपि ने भारतीय संस्कृति और ज्ञान को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
संस्कृत के वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, महाभारत आदि ग्रंथ इसी लिपि में लिखे गए। इस लिपि ने धार्मिक, साहित्यिक और ऐतिहासिक ग्रंथों को पीढ़ी-दर-पीढ़ी सुरक्षित पहुँचाया। इसके माध्यम से भारतीय समाज के वैचारिक और सांस्कृतिक मूल्य संरक्षित रहे। आज भी हिंदी, मराठी, नेपाली आदि भाषाओं की साहित्यिक परंपरा इसी लिपि के कारण समृद्ध है। इसी वजह से नागरी लिपि को भारतीय ज्ञान परंपरा की वाहक कहा जाता है।
प्र.3. लेखक ने नागरी लिपि को भारतीय एकता के लिए क्यों आवश्यक माना है?
उत्तर:
लेखक मानते हैं कि भारत में अनेक भाषाएँ और लिपियाँ प्रचलित हैं, जिससे संप्रेषण में कठिनाई आती है। नागरी लिपि सरल, स्पष्ट और सर्वसुलभ है। इसे आसानी से सीखा जा सकता है और यह कई भाषाओं को लिखने के लिए उपयुक्त है।
यदि एक सामान्य लिपि अपनाई जाए, तो देश के विभिन्न भाषाई समूहों के बीच संचार और समझ बेहतर होगी। इसलिए लेखक इसे राष्ट्रीय लिपि के रूप में एकता को मजबूत करने वाली लिपि बताते हैं।
⭐ 4. अन्य संभावित परीक्षा प्रश्न–उत्तर
प्र.1. नागरी लिपि को सुव्यवस्थित लिपि क्यों कहा गया है?
उत्तर: क्योंकि इसमें वर्णों का क्रम ध्वनियों के आधार पर वैज्ञानिक तरीके से रखा गया है, और हर ध्वनि का अलग चिन्ह है।
प्र.2. तकनीकी युग में नागरी लिपि का क्या महत्व है?
उत्तर: आधुनिक कंप्यूटर, मोबाइल, वेबसाइट, ऐप तथा सरकारी कामकाज में देवनागरी लिपि व्यापक रूप से उपयोग होती है। Unicode तकनीक ने इसके उपयोग को और आसान बना दिया है।
नीचे “नागरी लिपि” — गुणाकर मुले (कक्षा 10 हिन्दी) के
✔ MCQ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
✔ एक शब्द / परिभाषा वाले प्रश्न
✔ प्रश्न–उत्तर (Short + Long)
पूरी तरह परीक्षा-उपयोगी रूप में दिए गए हैं।
⭐ 1. MCQ (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
(उत्तर अंत में दिए गए हैं)
1. नागरी लिपि की उत्पत्ति किस लिपि से हुई मानी जाती है?
A. खरोष्ठी
B. ब्राह्मी
C. अरबी
D. रोमन
2. नागरी लिपि में शब्दों के ऊपर बनी रेखा को क्या कहा जाता है?
A. मात्रा
B. विराम
C. शिरोरेखा
D. ध्वनि-चिह्न
3. नागरी लिपि किस भाषा की मुख्य लिपि है?
A. उर्दू
B. हिन्दी
C. अंग्रेज़ी
D. तमिल
4. नागरी लिपि का वर्णक्रम किन पर आधारित है?
A. व्याकरण पर
B. ध्वनियों पर
C. शैली पर
D. भाषा पर
5. नागरी लिपि किस कारण वैज्ञानिक मानी जाती है?
A. इसकी कठिनता के कारण
B. ध्वनि-अक्षर के स्पष्ट संबंध के कारण
C. विदेशी प्रभाव के कारण
D. इसके कम प्रयोग के कारण
6. देवनागरी लिपि में कुल कितने स्वर हैं?
A. 8
B. 10
C. 11
D. 13
7. नागरी लिपि का उपयोग निम्न में से किस भाषा में नहीं होता?
A. हिन्दी
B. संस्कृत
C. मराठी
D. गुजराती
8. नागरी लिपि को सुव्यवस्थित क्यों कहा जाता है?
A. इसमें चित्र अधिक हैं
B. इसमें वर्णक्रम वैज्ञानिक है
C. यह कठिन है
D. यह केवल संस्कृत के लिए है
9. लेखक के अनुसार भारत में किस लिपि को राष्ट्रीय लिपि बनाया जा सकता है?
A. रोमन
B. देवनागरी
C. फारसी
D. पंजाबी
10. नागरी लिपि की एक प्रमुख विशेषता है—
A. मात्राओं का न होना
B. स्वर-व्यंजन का मिश्रण
C. शिरोरेखा का उपयोग
D. अक्षरों का असंगत क्रम
⭐ MCQ उत्तर कुंजी
1 – B
2 – C
3 – B
4 – B
5 – B
6 – C
7 – D
8 – B
9 – B
10 – C
⭐ 2. एक शब्द / परिभाषा वाले प्रश्न
प्र.1. शिरोरेखा क्या है?
उत्तर: देवनागरी लिपि में शब्दों के ऊपर खिंची क्षैतिज रेखा।
प्र.2. देवनागरी किस लिपि से विकसित मानी जाती है?
उत्तर: ब्राह्मी लिपि।
प्र.3. देवनागरी की वर्ण-लिपि का आधार क्या है?
उत्तर: ध्वनि आधारित क्रम।
प्र.4. देवनागरी किन भाषाओं की मुख्य लिपि है?
उत्तर: हिन्दी, संस्कृत, मराठी, नेपाली।
प्र.5. देवनागरी को वैज्ञानिक लिपि क्यों कहा जाता है?
उत्तर: ध्वनि-अक्षर के स्पष्ट संबंध के कारण।
प्र.6. स्वर कितने होते हैं?
उत्तर: 11 स्वर।
प्र.7. नागरी लिपि को एकरूपता कौन देता है?
उत्तर: शिरोरेखा।
प्र.8. देवनागरी “कैसी लिपि” कहलाती है?
उत्तर: सरल, वैज्ञानिक और सुव्यवस्थित लिपि।
⭐ 3. प्रश्न–उत्तर (Short + Long)
✔ लघु उत्तरीय प्रश्न
प्र.1. नागरी लिपि को पढ़ने और लिखने में सरल क्यों माना जाता है?
उत्तर: क्योंकि इसमें ध्वनि और अक्षर का स्पष्ट संबंध है, वर्णक्रम सुव्यवस्थित है और शिरोरेखा शब्दों को जोड़कर पाठ को सुगम बनाती है।
प्र.2. लेखक नागरी लिपि को राष्ट्रीय लिपि के रूप में क्यों उपयुक्त मानते हैं?
उत्तर: लेखक के अनुसार यह लिपि सरल, वैज्ञानिक, स्पष्ट और अधिकांश भारतीय भाषाओं में उपयोग होने वाली है, इसलिए इसे राष्ट्रीय लिपि बनाया जा सकता है।
प्र.3. देवनागरी लिपि ने भारतीय संस्कृति को कैसे संरक्षित किया?
उत्तर: वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, महाभारत आदि सभी ग्रंथ इसी लिपि में लिखे गए, जिससे भारतीय ज्ञान, परंपरा और संस्कृति सुरक्षित रही।
प्र.4. नागरी लिपि की एक प्रमुख विशेषता लिखिए।
उत्तर: इसकी सबसे प्रमुख विशेषता— शिरोरेखा, जो शब्दों को एकरूपता प्रदान करती है।
✔ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्र.1. नागरी लिपि की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नागरी लिपि भारत की सबसे प्राचीन और वैज्ञानिक लिपियों में से एक है।
इसकी मुख्य विशेषताएँ इस प्रकार हैं:
वैज्ञानिक वर्णक्रम: स्वर और व्यंजन ध्वनियों के आधार पर क्रमबद्ध हैं।
ध्वनि-अक्षर का स्पष्ट संबंध: प्रत्येक ध्वनि के लिए अलग चिन्ह।
शिरोरेखा: शब्दों के ऊपर बनी रेखा पढ़ने को सरल बनाती है।
सुव्यवस्थित संरचना: मात्राओं और चिह्नों के प्रयोग से स्पष्ट लेखन।
बहु-उपयोगिता: हिन्दी, संस्कृत, मराठी, नेपाली सहित कई भाषाएँ इससे लिखी जाती हैं।
इन गुणों के कारण देवनागरी लिपि वैज्ञानिक, सरल और अत्यंत उपयोगी बनती है।
प्र.2. आधुनिक काल में नागरी लिपि का महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आधुनिक युग में देवनागरी लिपि का महत्व और भी बढ़ा है।
यह सरकारी कामकाज, शिक्षा, साहित्य, प्रिंट मीडिया और डिजिटल मीडिया—हर क्षेत्र में व्यापक रूप से प्रयोग होती है। यूनिकोड फॉन्ट के कारण मोबाइल और कंप्यूटर में भी यह आसानी से टाइप की जाती है।
हिन्दी इंटरनेट सामग्री का बड़ा भाग इसी लिपि में है।
इस प्रकार, तकनीकी और आधुनिक संचार के युग में नागरी लिपि भारतीय भाषाओं की पहचान और उपयोगिता को बनाए रखे हुए है।
नागरी लिपि – 40 महत्वपूर्ण Objective Questions (MCQ)
1. नागरी लिपि की उत्पत्ति किस लिपि से मानी जाती है?
A. खरोष्ठी B. ब्राह्मी C. अरबी D. रोमन
उत्तर: B
2. देवनागरी लिपि में शब्दों के ऊपर की रेखा को क्या कहते हैं?
A. मात्रा B. शिरोरेखा C. स्वर D. चिह्न
उत्तर: B
3. देवनागरी लिपि किस भाषा की प्रमुख लिपि है?
A. हिन्दी B. तमिल C. उर्दू D. अंग्रेज़ी
उत्तर: A
4. नागरी लिपि की संरचना किस आधार पर है?
A. व्याकरण B. ध्वनियों C. शैली D. शब्दों
उत्तर: B
5. देवनागरी लिपि में कुल कितने स्वर होते हैं?
A. 10 B. 11 C. 12 D. 13
उत्तर: B
6. देवनागरी लिपि को वैज्ञानिक क्यों कहा जाता है?
A. कठिन है B. ध्वनि-अक्षर संबंध C. कम उपयोग D. अन्य भाषाओं से मिलती
उत्तर: B
7. देवनागरी किस भाषा की लिपि नहीं है?
A. नेपाली B. मराठी C. गुजराती D. संस्कृत
उत्तर: C
8. नागरी लिपि को एकरूपता कौन प्रदान करती है?
A. मात्रा B. बिंदु C. शिरोरेखा D. अनुस्वार
उत्तर: C
9. देवनागरी लिपि किस दिशा में लिखी जाती है?
A. ऊपर से नीचे B. बाएँ से दाएँ C. दाएँ से बाएँ D. नीचे से ऊपर
उत्तर: B
10. नागरी लिपि का वर्णक्रम किस प्रकार है?
A. शैलीगत B. वैज्ञानिक C. कठिन D. अव्यवस्थित
उत्तर: B
11. नागरी लिपि में कौन-सा वर्ग व्यंजनों में शामिल है?
A. क-वर्ग B. आ-वर्ग C. उ-वर्ग D. य-वर्ग
उत्तर: A
12. देवनागरी लिपि में लिखने का आधार क्या है?
A. शब्द B. ध्वनि C. व्याकरण D. छंद
उत्तर: B
13. ‘नागरी लिपि’ पाठ के लेखक कौन हैं?
A. हरिवंश राय बच्चन
B. गुणाकर मुले
C. प्रेमचंद
D. रामधारी सिंह दिनकर
उत्तर: B
14. देवनागरी लिपि किस तकनीक से कंप्यूटर में लिखी जाती है?
A. ASCII B. Unicode C. HTML D. MTML
उत्तर: B
15. देवनागरी लिपि का सबसे पुराना रूप कौन-सा था?
A. खरोष्ठी B. नागरी C. ब्राह्मी D. रोमन
उत्तर: C
16. नागरी लिपि किन भाषाओं में अधिक उपयोगी है?
A. हिन्दी-नेपाली B. अंग्रेज़ी-उर्दू C. तेलुगु-तमिल D. उर्दू-सिंधी
उत्तर: A
17. नागरी लिपि को सरल क्यों कहा जाता है?
A. अक्षर कम B. पढ़ना आसान
C. बोलना आसान D. उच्चारण बदलता है
उत्तर: B
18. देवनागरी में स्वर किसके सहारे लिखे जाते हैं?
A. मात्रा B. चिह्न C. बिंदु D. पंक्ति
उत्तर: A
19. देवनागरी लिपि में व्यंजनों की कुल संख्या लगभग—
A. 33 B. 35 C. 36 D. 50
उत्तर: C
20. देवनागरी लिपि किस प्रकार की लिपि है?
A. चित्रात्मक B. वर्णात्मक C. ध्वन्यात्मक D. प्रतीकात्मक
उत्तर: C
21. देवनागरी लिपि का उपयोग किस क्षेत्र में बढ़ रहा है?
A. नृत्य B. संगीत C. डिजिटल तकनीक D. कृषि
उत्तर: C
22. शिरोरेखा कहाँ खींची जाती है?
A. शब्दों के नीचे
B. शब्दों के ऊपर
C. पंक्ति के बीच
D. अक्षर के दाएँ
उत्तर: B
23. देवनागरी किस परिवार की लिपि है?
A. रोमन B. ब्राह्मी C. अरेबिक D. ड्रविड़
उत्तर: B
24. नागरी लिपि पढ़ने में स्पष्ट क्यों दिखाई देती है?
A. अक्षर ऊँचे होते हैं
B. शिरोरेखा से जुड़े होते हैं
C. रंगीन होती है
D. कोई मात्रा नहीं
उत्तर: B
25. देवनागरी Unicode का मुख्य लाभ क्या है?
A. लिखना कठिन
B. हर कंप्यूटर में पढ़ी जा सकती
C. केवल मोबाइल में काम
D. अंग्रेज़ी में बदल जाती
उत्तर: B
26. देवनागरी में "क" कौन-सा व्यंजन है?
A. अर्धस्वर B. कण्ठ्य C. मूर्धन्य D. ओष्ठ्य
उत्तर: B
27. देवनागरी के अक्षरों का क्रम कैसा है?
A. अनियमित
B. लचीला
C. नियमबद्ध
D. चित्रात्मक
उत्तर: C
28. देवनागरी में नई ध्वनियों को जोड़ने की सुविधा है। यह इसकी—
A. कमजोरी B. विशेषता C. समस्या D. कठिनाई
उत्तर: B
29. 'नागरी' का अर्थ क्या है?
A. नगर की लिपि
B. पर्वत की लिपि
C. समुद्र की लिपि
D. गाँव की लिपि
उत्तर: A
30. देवनागरी का उपयोग किस क्षेत्र में सबसे अधिक होता है?
A. कला B. लेखन C. रंगमंच D. खेल
उत्तर: B
31. किस भाषा में देवनागरी का प्रयोग अनिवार्य है?
A. अंग्रेज़ी
B. हिन्दी
C. तमिल
D. उर्दू
उत्तर: B
32. देवनागरी लिपि की सबसे बड़ी खूबी क्या है?
A. कठिन उच्चारण
B. वैज्ञानिक ध्वनि-क्रम
C. अक्षर बहुत ज्यादा
D. पढ़ना मुश्किल
उत्तर: B
33. देवनागरी किस प्रकार की ध्वनि प्रणाली पर आधारित है?
A. स्वर-आधारित
B. व्यंजन-आधारित
C. ध्वन्यात्मक
D. सांकेतिक
उत्तर: C
34. देवनागरी की सरलता किससे बढ़ती है?
A. विराम चिन्ह से
B. मात्रा चिह्न से
C. शिरोरेखा से
D. रंग से
उत्तर: B
35. देवनागरी लिपि का उपयोग किस संचार माध्यम में बढ़ा है?
A. रेडियो
B. सोशल मीडिया
C. कागज़
D. पट्टिका
उत्तर: B
36. देवनागरी लिपि का प्रारंभिक लेखन किस पर होता था?
A. ताड़पत्र
B. कंप्यूटर
C. कैलकुलेटर
D. धातु
उत्तर: A
37. देवनागरी में लिखे शब्द—
A. अलग-अलग रहते हैं
B. जुड़े हुए दिखते हैं
C. चित्र जैसे दिखते
D. तिरछे होते
उत्तर: B
38. देवनागरी में 'मात्रा' का उपयोग किसके लिए होता है?
A. शब्द जोड़ने
B. स्वर ध्वनि लिखने
C. वाक्य बनाने
D. पंक्ति बदलने
उत्तर: B
39. देवनागरी लिपि किस क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर है?
A. यूरोप
B. भारत
C. चीन
D. अमेरिका
उत्तर: B
40. लेखक के अनुसार देवनागरी लिपि—
A. जटिल है
B. अस्तरहीन है
C. सहज और वैज्ञानिक है
D. केवल धार्मिक है
उत्तर: C
(समापन)
नागरी लिपि मात्र एक लेखन पद्धति नहीं, बल्कि भारतीय ज्ञान, संस्कृति और परंपरा की जीवंत धरोहर है। सदियों से यह लिपि हमारे साहित्य, इतिहास, शिक्षा और सामाजिक जीवन का आधार रही है। इसकी वैज्ञानिक संरचना, स्पष्टता और सरलता इसे अन्य लिपियों से अलग बनाती है। आधुनिक डिजिटल युग में भी इसका महत्व कम नहीं हुआ, बल्कि और अधिक बढ़ा है—क्योंकि आज मोबाइल, कंप्यूटर, इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हिन्दी और देवनागरी का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है।
इस अध्याय से हमें यह संदेश मिलता है कि अपनी भाषा और लिपि को सम्मान देना, उसका अध्ययन करना और उसे आगे बढ़ाना हमारा सांस्कृतिक कर्तव्य है। नागरी लिपि जितनी प्राचीन है, उतनी ही समय के अनुरूप आधुनिक भी—और यही इसे विशेष बनाता है।
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